लोक नीति (Public policy) शब्द का उपयोग हम अक्सर अपने दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं। हम अक्सर समाचार पत्र के माध्यम से public health policy, agricultural policy, industrial policy etc के बारे में पढ़ते हैं। लोक नीति का निर्माण सरकार के द्वारा जनता की मांग व आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। बिना लोक नीति के सरकार व प्रशासन दिशाहीन व नियंत्रणहीन है।
सफल लोक नीति सफल सरकार व प्रशासन को दर्शाती है और इसी कारण यह कहा जाता है कि जब कोई लोक नीति असफल होती है तो इसका अर्थ है कि सरकार असफल हुई है।
Public policy meaning and definitionलोक नीति :- अर्थ एवं परिभाषा
'लोक नीति' का अर्थ समझने से पहले इनके दोनों घटकों "लोक" Public तथा "नीति" policy को समझना उपयुक्त होगा।
जैसा हम जानते हैं लोक प्रशासन का उद्भव राज्य द्वारा जनता के हितों की पूर्ति के लिए तथा लोक कल्याण व सेवा की दृष्टि से हुआ है नए कि किसी व्यक्तिगत हितों की पूर्ति के लिए अर्थात इसमें 'लोक' शब्द से अभिप्राय सार्वजनिक या संपूर्ण जनता के हितों से संबंधित से है न की व्यक्तिगत हित से।
'नीति' शब्द से अभिप्राय उन कार्यक्रमों, गतिविधियों व योजनाओं की रूपरेखा से है जो किसी निश्चित उद्देश्य की प्राप्ति के लिए बनाई जाती हैं। The term 'Policy' refers to overall programmes of action towards a given goal.
लोक नीति को विभिन्न विद्वानों द्वारा अलग-अलग प्रकार से परिभाषित करने का प्रयास किया गया है।
- Thomas R. Dye states that public policy is whatever governments choose to do or not to do. This definition includes all actions and inactions of government as public policy.
- B Guy Peter - Public policy is the 'sum of government activities, whether acting directly or through agents, as it has an influence on the lives of citizens'.
- James E. Anderson defines Public policy as 'a progressive course of action followed by an actor or set of actors in dealing with a problem or matter of concern'.
अतः सरल शब्दों में लोक नीति से अभिप्राय उन सभी नीतियों कार्यक्रमों व योजनाओं से है जो सरकार द्वारा राज्य व जन कल्याण के उद्देश्य से निर्मित वह क्रियान्वित की जाती है तथा इनका जनता के जीवन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर व्यापक प्रभाव पड़ता है।
Characteristics of public policy
उपरोक्त विभिन्न विद्वानों के परिभाषाओं के आधार पर हम लोक नीति की अवधारणा कि निम्न विशेषताएं समझ सकते हैं :-
लोक नीति उद्देश्य/लक्ष्य (goal-oriented) आधारित होती है
Public policy is a course of action adopted and pursued by governments to serve the Public interest. लोक नीति, लोक हित की पूर्ति के लिए सरकार के कार्यों का योग है।
Public policy is what the governments actually do and what subsequently happens, rather than what they invented to do.
Public policy may be either positive or negative in the form
Positively - Govt. action to affect a particular problem,
Negatively - to do nothing or not to take action.
Public policy has a legal and administrative base.
सरकारी अनुदान/बजट की व्यवस्था ।
सरकारी तथा गैर सरकारी कारक प्रभावित करते हैं।
लोक नीति वास्तविकता पर आधारित होती है।
Significance of public policy
लोक नीति को किसी भी राजनीतिक व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है लोक नीति के महत्व को निम्नलिखित बंधुओं द्वारा समझा जा सकता है :-
लोकनीति प्राथमिक तौर पर जनता तथा उनके समस्याओं से संबंधित होता है तथा लोक नीति के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाता है।
लोक नीति का उद्देश्य ऐसी नीतियों का निर्माण करना है जिससे समाज में लोगो के जीवन स्तर में वृद्धि व विकास हो।
देश के विकास में लोक नीति की भूमिका; किसी देश के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए सुनियोजित लोक नीति का होना बहुत महत्वपूर्ण है।
Thomas R Dey लोक नीति के अध्ययन से हमें इसके सृजन, विकास तथा परिणाम के विषय में जानकारी मिलती है जिससे हमारी राजनीति व्यवस्था व समाज के विषय में समझ विकसित होती है।
लोक नीति का राजनीतिक तौर पर बहुत महत्व होता है किसी राज्य के लक्ष्य प्राप्ति के लिए लोक नीति का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
Types of public policy
तात्विक नीति (Substantive policy)
तात्विक नीतियों का उद्देश्य लोगों के कल्याण व उनके जीवन स्तर में विकास करना होता है। इसमें मुख्य तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि आदि नीतियां आती हैं। इन नीतियों का समाज के सभी वर्गों पर प्रभाव होता है ना की किसी विशेष वर्ग के लोगों पर।
Regulatory policy (नियामक नीति)
यह नीतियां मुख्य तौर पर व्यापार (Trade) , quality education, safety masseures आदि के नियमन/नियंत्रण से संबंधित होते हैं।
यह नियमन/नियंत्रण विभिन्न स्वायत्त संस्था के द्वारा, जो कि सरकार के आदेश पर कार्य करती हैं
जैसे:-
SEBI - Security and exchange board of India
TRAI - Telecom regulatory authority of India
RBI - Reserve Bank of India
आदि।
ये सभी नियामक संस्थाएं कहलाती हैं।
Constituent policy
इसका मुख्य उद्देश्य ऐसे नए नियमों-कानूनों व संस्था का निर्माण करना है जिनसे लोक कल्याण या लोकहित के उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सके। जैसे :- Aadhar policy
Distributive policy (वितरणात्मक नीति)
Distributive policy में विभिन्न विशेष वर्गो-समूहों (आर्थिक सामाजिक रूप से पिछड़े) को मूलभूत वस्तु है सेवाएं सुनिश्चित की जाती हैं सभी प्रकार की कल्याणकारी नीतियां इस श्रेणी में आती हैं। जैसे:-
Food security policy
Government health service
Ujjwala yojana
Redistributive policy (पुनः वितरणात्मक नीति)
इन नीतियों का उद्देश्य संसाधनों का एक वर्ग (आर्थिक रूप से संपन्न) से दूसरे वर्गों (पिछड़े) तक पुनः वितरण करना होता है। इस नीति का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक संसाधनों का पुनः वितरण कर समाज में समानता स्थापित करना होता है।
जैसे :- Income tax policies
Capitalization policy
इनका उद्देश्य राज्य में विभिन्न वस्तुओं व सेवाओं के उत्पादन में बढ़ोतरी करना होता है।
जैसे:- Subsidies and Tax concession policy for industry
Models and approaches to public policy
राजनीतिक विद्वानों ने सरकार व राजनीति तथा लोक नीति के विषय में स्पष्टता प्रदान करने के लिए लोक नीति के विभिन्न मॉडलों को विकसित किया है।
Institutional approach (संस्थागत उपागम)
इस उपागम के अनुसार लोक नीति के निर्माण में सरकारी संस्थाओं जैसे विधायिका (legislative), कार्यपालिका (executive),न्यायपालिका (judiciary) तथा राजनीतिक दलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है कोई नीति, लोक नीति तब बनती है जब उन्हें सरकारी संस्थाओं से मान्यता प्राप्त होती है। सरकार ही इन्हें वैधता प्रदान करती है।
Group Theory (समूह सिद्धांत)
इस सिद्धांत की मान्यता है कि विभिन्न हित समूह लोक नीति के महत्वपूर्ण प्रभावी कारक होते हैं तथा हित समूह के संघर्ष से सरकार व लोक नीति को प्रभावित किया जाता है।
विभिन्न हित समूह लोक नीति को प्रभावित करने के लिए आपस में संघर्षरत रहते हैं। प्रभावशाली समूह के हित लोक नीति में दिखाई पड़ते हैं।
# आलोचना - Idea and institution जैसे तत्वों की अनदेखी।
Elite Theory (विशिष्ट सिद्धांत)
इस सिद्धांत के अनुसार विशिष्ट अभिजात वर्ग का लोक नीति पर गहरा प्रभाव होता है तथा अभिजात वर्ग के द्वारा लोक नीति की रूपरेखा का निर्माण किया जाता है।
# लोक नीति पर आम जनता का प्रभाव न के बराबर देखने को मिलता है।
#इस मॉडल के अनुसार नीति का प्रभाव ऊपर से नीचे की ओर होता है यानी अभिजात वर्ग से आम जनता की ओर।
Rational Theory (तार्किक मॉडल)
इस मॉडल के अनुसार नीति निर्माण एक प्रकार से विवेकशीलता द्वारा विभिन्न विकल्पों में से सबसे उत्तम विकल्प अपनाना है।
इस नीति के लिए यह आवश्यक है कि:-
सभी विभिन्न विकल्पों में गहनता से अध्ययन करना
सभी नीतियों के विकल्पों के लाभ हानि का आकलन करना
नीति का Rational, logical and factual होना
Herbert Simona & Thomas R. Dey आदि इस मॉडल के समर्थक व नायक माने जाते हैं।
आलोचना
# बेहद लंबी प्रक्रिया का पालन करना आवश्यक
#सभी विभिन्न विकल्पों की गहनता से अध्ययन करना काफी कठिन
#नीति निर्माण मैं अधिक श्रम, धन व समय की खपत।
Incremental model
नीति निर्माण के इस मॉडल में पिछली नीति में कोई बड़ा बदलाव न कर उसी में थोड़ा सुधार कर उसे जारी रखा जाता है।
इस मॉडल का प्रयोग मुख्यता उन नीतियों के लिए किया जाता है जो बहुत संवेदनशील होते हैं तथा उनमें बड़ा बदलाव करने से सामाजिक व कानूनी स्थिरता का भय होता है
जैसे :- Reservation policy
Game Theory
इस सिद्धांत के अनुसार नीति निर्माण में विभिन्न पक्षों का रवैया अन्य पक्षों को प्रभावित करता है।
परिस्थितियों को भापकर प्रतिक्रिया करना उपयुक्त माना जाता है।
विभिन्न लक्ष्यों व परिस्थितियों को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाता है।
नीति निर्माण में इसे इस रूप में देखा जा सकता है कि परिस्थितियों के अनुसार नीति निर्माण करना परिस्थितियों में बदलाव के साथ-साथ नीति में आवश्यक बदलाव करना।
इस मॉडल का सर्वप्रथम अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक वह कूटनीति के संदर्भ में उपयोग किया गया था।
जैसे :- Peace and conflict management policy
Game Theory का प्रयोग अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में कारगर सिद्ध होता है।
System theory
इस सिद्धांत के अनुसार लोक नीति को राजनीतिक व्यवस्था प्रणाली के परिणाम के रूप में देखा जाता है।
इस सिद्धांत के प्रमुख नायक David Easton के अनुसार राजनीतिक व्यवस्था या प्रणाली समाज के उन अंतर संबंधित संस्थाओं और गतिविधियों का समूह है जो आधिकारिक निर्णय करते हैं तथा जो समाज में बाध्यकारी व सर्वमान्य होते हैं।
Thank you
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